तुम पटाखे ज़रूर जलाना
क्यूंकि बिना पटाखों के दिवाली का त्यौहार ही क्या
लक्ष्मी तो तुम्हारे ही घर आने हैं
और बिना पटाखों के शोर के वह वापिस अपनी नगरी लौट जाने हैं,
तो तुम पटाखे ज़रूर जलाना
क्यूंकि बिना पटाखों के दिवाली का त्यौहार ही क्या
लक्ष्मी तो तुम्हारे ही घर आने हैं
और बिना पटाखों के शोर के वह वापिस अपनी नगरी लौट जाने हैं,
तो तुम पटाखे ज़रूर जलाना
जब जलाओ पटाखे, तो आँखे और मुँह एकदम खुले रखना,
जितना हो सके इस धुएं का उतना स्वाद चखना,
तब तक फोड़ना पटाखे जब तक फेफड़े खुद धुंआ न हो जाएँ,
ये तो हिंदुत्व का धुआँ है, और बहुत पवित्र है, अब ये कोई किसी को कैसे समझाए
तो तुम पटाखे ज़रूर जलाना
जितना हो सके इस धुएं का उतना स्वाद चखना,
तब तक फोड़ना पटाखे जब तक फेफड़े खुद धुंआ न हो जाएँ,
ये तो हिंदुत्व का धुआँ है, और बहुत पवित्र है, अब ये कोई किसी को कैसे समझाए
तो तुम पटाखे ज़रूर जलाना
कोई साथ न दे तुम्हारा, तो ट्विटर पर एक दो राजनीतिक साथियों को टैग कर देना,
हैश टैग में भी कुछ ट्रेंडिंग शब्द भर देना
फिर देखो वो कैसे पटाखों को धर्म के नाम से जोड़कर, तुम्हारी नैया पार लगाएंगें
हर बार की तरह दिवाली इस बार भी बिना पटाखों के ना मनाएंगे।
तो तुम पटाखे ज़रूर जलाना
हैश टैग में भी कुछ ट्रेंडिंग शब्द भर देना
फिर देखो वो कैसे पटाखों को धर्म के नाम से जोड़कर, तुम्हारी नैया पार लगाएंगें
हर बार की तरह दिवाली इस बार भी बिना पटाखों के ना मनाएंगे।
तो तुम पटाखे ज़रूर जलाना